Bigg Boss 17: बिग बॉस के घर में छलका विक्की जैन का दर्द, कहा.....
सलमान खान के शो 'बिग बॉस 17' में कंटेस्टेंट के बीच झगड़े, उनके मजाक, गपशप और प्यार ऑडियंस का जमकर मनोरंजन कर रहा है। इस शो में हर कोई अपना गेम खेल रहा है। बीते 19 नवंबर के एपिसोड में देखने को मिला कि अंकिता लोखंडे और विक्की जैन एक बार फिर अपने मुद्दों पर बात करते हैं।
बता दें कि अंकिता लोखंडे और विक्की जैन शो में दो मजबूत कंटेस्टेंट्स हैं। दोनों अक्सर अपने पर्सनल बातों को लेकर बिग बॉस के घर में लड़ते हुए दिखाई देते हैं। अब बीते एपिसोड में विक्की जैन का दर्द छलका है कि लोग उन्हें 'अंकिता लोखंडे का पति' कहते हैं।
विक्की जैन से नाराज हुईं अंकिता
दरअसल, विक्की जैन और अंकिता लोखंडे के बीच इन दिनों झगड़ा चल रहा है। अंकिता लोखंडे रात में गार्डन एरिया में बैठी हुई होती हैं, तभी उनके पति विक्की जैन भी उनके साथ बैठने के लिए वह आते हैं। इसके बाद अंकिता विक्की से दूर जाने के लिए कहती है, क्योंकि वह अपने जोन में है और उसे सोचने के लिए समय चाहिए।
विक्की वहीं बैठे रहते हैं और कहते हैं कि वह अपने जोन में रह सकती है और जब उनका मन हो तब उनसे बात कर सकती हैं। कुछ देर बाद अंकिता कहती है कि विक्की उसकी तुलना सना से कर रहा है। ऐसे में विक्की अंकिता से पूछता है कि यह कहां से आ रहा है, क्योंकि वह पिछले कुछ घंटों से चुपचाप हैं।
घर के अंदर खो रही है
अंकिता आगे कहती है कि 'तू वो ज्ञानी बाबा लगता है, बहुत बकवास है। मेरे को सना के साथ तुलना करता है, जो टीवी पर अच्छा लग रहा है। मैं भी टीवी पर हूं, मैं अपना गेम खेल रही हूं, आप अपने लिए अच्छा कर रहे हैं, लेकिन इतना भारी कॉम्पिटिशन हो गया है, मेरे को नहीं पता तेरी नजर में मैं कहां हूं, मैं खेलना चाहती हूं, लेकिन मैं अपने आप से कॉम्पिटिशन कर रही हूं'।
विक्की जैन का छलका दर्द
इसके बाद विक्की कहते हैं कि जब से उनकी शादी हुई है लोग उन्हें अंकिता लोखंडे का पति कहकर बुलाते हैं। मैं कहीं भी जाता हूं दुनिया में, अपने लोगों के पास भी, वो मुझे बोलते हैं अंकिता लोखंडे के पति आ गए। मेरे ही लोग, बिजनेस वर्ल्ड के, अपने लोग, जो मुझे बचपन से मेरे नाम से जानते हैं, मैं तेरे इंडस्ट्री के लोगों का बात नहीं कर रहा हूं, तो मुझे कैसा लगता है'।
इसके आगे अंकिता कहती हैं कि यह अच्छी बात है, लेकिन विक्की जवाब देते हैं कि यह मजाक है। विक्की कहते हैं 'मेरी पहचान खो गई है। आब मैं क्या करू, परिवर्तन तो नहीं कर सकता, स्वीकार कर लिया'।